फाइनेंशियल प्लानिंगPassive income: 50 हजार रुपए सेलरी है तो ऐसे करें सेकंड इनकम...

Passive income: 50 हजार रुपए सेलरी है तो ऐसे करें सेकंड इनकम की शुरुआत

Passive income: हममें से ज्यादातर लोग आमदनी के लिए आय के एक सिंगल सोर्स पर निर्भर रहते हैं। किसी कारण से अगर आमदनी के इस स्रोत पर संकट आता है तो पूरा परिवार आर्थिक संकट में पड़ जाता है। इसलिए आज के समय में यह बेहद जरूरी है कि आय के मुख्य स्रोत के साथ एक सेकंड इनकम भी तैयार की जाए। यदि आपको भी सेकंड इनकम शुरू करनी है या उसे बढ़ाना है तो आगे पढ़िए।

कोई नौकरी करते हुए दूसरा काम करना मुश्किल है। ऐसे में निवेश के जरिए सेकंड इनकम का विकल्प बचता है। इसके लिए आपको पूंजी की जरूरत होगी। अगर आपकी मासिक आय 50 हजार रुपए हैं, तो आपको हर महीने 10 से 12 हजार रुपए बचाने होंगे। फिर पांच साल तक इस बचत को बेहतर रिटर्न देने वाले विकल्पों जैसे कि इक्विटी या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में निवेश करना होगा। इस दौरान अगर आय बढ़ जाती है तो कोशिश करें कि हर साल निवेश की राशि में 10 फीसदी का इजाफा करते जाएं। 

यदि  आप ऐसा करते हैं तो 12% के औसत रिटर्न से आपके पास पांच साल में 10 लाख रुपए जमा हो जाएंगे। इन पैसों को अब सेकंड इनकम कमाने में लगाना है। इस फंड से आप कितना पैसा बना सकते हैं, यह आपकी रिस्क लेने की क्षमता पर निर्भर करेगा। 

अगर आप रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो इसे फिक्स डिपॉजिट या डेट फंड में इस पैसे को निवेश कर सकते हैं। यहां आपको 7-8% तक का रिटर्न मिल जाएगा। इस तरह इन 10 लाख रुपयों से आपको हर महीने 5800 से 6600 रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे। यह बिना रिस्क मिलने वाली रकम है। 

यदि आप थोड़ा रिस्क ले सकते हैं तो आप हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं। इसमें आपको 10% से 12% रिटर्न मिल सकता है। इसमें निवेश कर सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान से आपको हर महीने 8300 रुपए से 10 हजार रुपए मिल सकते हैं।

अगर आपको ये रकम कम लग रही है और आप रिस्क लेने को तैयार हैं, तो आप सीधे शेयर बाजार में भी निवेश कर सकते हैं। शेयर बाजार में एफएंडओ की जगह डिलीवरी में निवेश करें। निवेश से पहले शेयर पर रिसर्च कर लें। आप संभावित शेयरों के नाम जानने के लिए मनालाभ डॉट कॉम देख सकते हैं। अच्छे बाजार में आप 10 लाख रुपयों से महीने का 20 हजार आराम से बना सकते हैं।

जब तक आपका का काम पहली आय से चल जा रहा है, तब तक इस passive income या सेकंड इनकम को सही जगह निवेश करने की कोशिश करें। इससे आपका कॉर्पस तेजी से बढ़ेगा और जब आपको सेकंड इनकम की जरूरत होगी तो आपको अच्छी खासी राशि मिल सकेगी। आपकी निवेश यात्रा मंगलमय हो।

(लेखक सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर हैं और मुंबई स्थित आशियाना फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ हैं।)

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