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Retirement planning: एक साल के अंदर रिटायर होने जा रहे हैं तो ये 5 काम जरूर निपटा लें

Retirement planning: रिटायरमेंट का दिन हर व्यक्ति के लिए खास होता है। यह युवावस्था में शुरू हुई एक लंबी पारी का अंत और एक नए जीवन की शुरुआत होती है। यह नया जीवन आसान, आनंदमय और तनाव मुक्त  हो यह सुनिश्चित करने के लिए हमें रिटायरमेंट से पहले ही कुछ सही कदम उठाने होते हैं।

अमूमन तो उम्मीद की जाती है कि आप अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग आय अर्जित करने के साथ ही शुरू कर दें, क्योंकि रिटायरमेंट के लिए बड़े कोष की जरूरत होती है। यह लंबी अवधि में ही तैयार हो सकता है। लेकिन, रिटायरमेंट नजदीक आने पर एक बार फिर हमें अपने रिटायरमेंट प्लान की ओर देखना चाहिए और उसे जरूरत के अनुकूल बनाना चाहिए। हम आपको उन 5 कामों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें रिटायरमेंट के आखिरी साल में पूरा लेना चाहिए। 

1. हर तरह के लोन से छुटकारा

रिटायरमेंट से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके ऊपर किसी प्रकार का लोन नहीं है। होम लोन, कार लोन, बच्चों का एजुकेशन लोन यदि कुछ भी चल रहा है तो कोशिश करें कि अंतिम कार्यदिवस से पहले उसे खत्म कर दें। रिटायरमेंट फंड से आने वाली आय आपकी जरूरतें पूरी करने में इस्तेमाल होनी चाहिए, न कि कोई ईएमआई भरने में।


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2. मासिक खर्च और इनकम का कैलकुलेशन

भारतीयों की जीवन प्रत्याशा बढ़ रही है। आमतौर पर रिटायरमेंट के बाद 25 से 40 वर्षों का लंबा जीवन होता है। यह तकरीबन उतना ही लंबा है, जितना कामकाजी जीवन। आपको पोस्ट रिटायरमेंट लाइफ अपनी जरूरतों के लिए हर महीने कितने रुपयों की आवश्यकता होगी, इसका आकलन कर लें और इसके हिसाब से आय की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यदि आप पुरुष हैं तो अपनी पत्नी की जरूरत का भी ध्यान रखें, क्योंकि महिलाएं अमूमन लंबा जीती हैं। 

3. अपने और जीवनसाथी के लिए पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस कवर

रिटायरमेंट के बाद बढ़ती उम्र के कारण बीमारियां बढ़ती हैं। बढ़ते चिकित्सा खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस लें। यदि आपके पास पहले से एक हेल्थ इंश्योरेंस है, तो देखें कि क्या उसका कवरेज पर्याप्त है। जरूरत लगे तो कवरेज बढ़ाने के लिए टॉप-अप या सुपर टॉप-अप कवर खरीद सकते हैं। हेल्थ इंश्योरेंस हर साल रिन्यू कराना पड़ता है, इसका ध्यान रखें।


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4. नियमित आय के साथ बढ़ते रहने वाला निवेश पोर्टफोलियो

आपको सुनिश्चित करना होगा कि आपका पोर्टफोलियो न सिर्फ नियमित आय प्रदान कर रहा है, बल्कि महंगाई से तालमेल रखने के लिए समय के साथ बढ़ता भी जा रहा है। इस दौरान टैक्स को भी नजरअंदाज न करें। आप म्यूचुअल फंड, प्रधान मंत्री वय वंदना योजना (PMVVY), डाकघर मासिक आय योजना (POMIS), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) पर विचार कर सकते हैं।

5. Retirement planning: रिटायरमेंट से पहले इक्विटी से दोस्ती कर लें

Retirement planning: आपको रिटायरमेंट फंड कम से कम अगले 3 दशक तक चलाना है, इस दौरान महंगाई आपके इस फंड की सबसे बड़ी दुश्मन होगी। इससे पार पाने के लिए जरूरी होगा कि अपने रिटायरमेंट फंड का कुछ हिस्सा इक्विटी फंड में निवेश करें। इसके लिए लार्ज-कैप या हाइब्रिड फंड बेहतर होंगे। मिड-स्मॉल कैप फंड से बचना बेहतर होगा।

आप म्यूचुअल फंड में उपलब्ध सिस्टेमैटिक विदड्रॉल प्लान (SWP) सुविधा का विकल्प चुन सकते हैं। एसडब्ल्यूपी के तहत आप एक निश्चित राशि को एक फंड में डालते हैं और हर महीने या तिमाही में एक निश्चित राशि निकालते रहते हैं, जबकि बाकी पैसा फंड में निवेशित रहता है।

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