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विदेश घूमने जा रहे हैं तो travel insurance के बारे में ये जरूरी बातें जान लें

travel insurance: गर्मी की छुट्टियां शुरू हो चुकी हैं। हर साल की तरह लाखों भारतीय छुट्टियां मनाने विदेश जाएंगे। अगर आप भी विदेश जाने की तैयारी कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए ही है। 

विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट, वीजा, कपड़े, पैसे, होटल बुकिंग जितनी जरूरी है, उतना ही जरूरी ट्रैवल बीमा पॉलिसी (travel insurance) होना भी है। ज्यादातर यूरोपीय देश में तो आप बिना ट्रैवल बीमा पॉलिसी के वीजा अप्लाई कर ही नहीं सकते, हालांकि ज्यादातर अन्य देशों ने इसे वैकल्पिक रखा है। लेकिन, एक तनावरहित विदेश यात्रा के लिए  ट्रैवल बीमा पॉलिसी जरूर ले लेना चाहिए। 

Travel insurance क्या-क्या कवर करता है? 

एक ट्रैवल बीमा पॉलिसी विदेश में आपकी यात्रा शुरू होने के साथ चालू हो जाती है और देश में लैंड करने के साथ समाप्त हो जाती है। सामान्यत: एक  ट्रैवल बीमा पॉलिसी अपरिहार्य कारणों से यात्रा रद्द होने, सामान खोने, उड़ान के दौरान सामान छूट जाने, पासपोर्ट खो जाने, किसी हादसे की वजह से अस्पताल में भर्ती होने आदि सभी खर्चे कवर करती है। 

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बीमा कंपनियां ट्रांजिशन के दौरान सामान खोने की स्थिति में 20 हजार रुपए से 80 हजार रुपए तक का मुआवजा प्रदान करती हैं। इसी तरह, पासपोर्ट खो जाने पर 12 हजार रुपए से 24 हजार रुपए तक की राशि बीमा कंपनियां प्रदान करती हैं। 

लेकिन ट्रैवल बीमा पॉलिसी (travel insurance) का सबसे प्रमुख दायित्व होता है विदेश में किसी प्रकार की दुर्घटना या बीमारी होने पर अस्पताल का खर्च उठाना। बीमा कंपनियां बिना किसी पूर्व चिकित्सा जांच के पॉलिसी में यह यह कवरेज प्रदान करती हैं। 

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वैसे तो ट्रैवल बीमा पॉलिसी एक व्यक्तिगत दायित्व कवर है, लेकिन कुछ चुनिंदा बीमा पॉलिसी तीसरे पक्ष को हुए नुकसान को भी कवर करती हैं, जो एक उपयोगी एडऑन हो सकता है। अन्य प्रमुख एडऑन में वीज़ा रिजेक्शन, प्राकृतिक आपदाएं, राजनीतिक कारक, चोरी हुए कार्ड से हुए भुगतान की प्रतिपूर्ति प्रमुख हैं। 

कितने में आ जाता है travel insurance?

ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी जिस देश में जा रहे हैं, जितने दिनों के लिए जा रहे हैं, यात्री की उम्र के हिसाब से तय होता है। यूरोप के तीन से चार देशों में 10 दिनों की यात्रा के लिए एक हजार रुपए से कम में ट्रैवल बीमा पॉलिसी मिल जाती है। इसमें अस्पताल में 2.5 लाख डॉलर तक का कवर शामिल होता है। 

Travel insurance लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ट्रैवल बीमा पॉलिसी लेने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। हम में ज्यादातर लोग ट्रैवल पोर्टल पर मिलने वाली पॉलिसी बिना उसकी पड़ताल किए ले लेते हैं, जो कि सही नहीं है। इसके बजाय, हमें अलग-अलग ट्रैवल बीमा पॉलिसी की तुलना करनी चाहिए  और वह पॉलिसी लेनी चाहिए जो हमारी सभी जरूरतों को पूरा करती हो।

यह जरूर देख लें कि आप जहां जा रहे हैं, वहां के अस्पतालों में उस बीमा कंपनी का मजबूत कैशलेस नेटवर्क है या नहीं? क्योंकि विदेशों में इलाज काफी महंगा होता है और कैशलेस सुविधा न होने पर आप मुसीबत में पड़ सकते हैं। यह भी जरूर देखें कि पॉलिसी के एक एक 4X7 डेडिकेटेड ग्लोबल हेल्पलाइन है या नहीं? 

Travel insurance में क्या कवर नहीं होता?

अधिकांश बीमा कंपनियां Travel insurance में पहले से मौजूद बीमारी और उससे संबंधित किसी भी दावे को कवर नहीं करते हैं, भले ही विदेश में इलाज कराया गया हो। ज्यादातर पॉलिसी डिप्रेशन, शराब और नशीली दवाओं के सेवन के कारण होने वाली जटिलताओं के इलाज को कवर नहीं करते हैं। आयुर्वेदिक उपचार, प्राकृतिक चिकित्सा, स्पा भी कवर नहीं होते। बीमा कंपनियां थीम पार्क, ट्रैकिंग आदि साहसिक गतिविधियों के दौरान लगी चोटों के इलाज से संबंधित दावों पर विचार नहीं करते हैं।

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