मुंबई। लोकसभा चुनावों के अप्रत्याशित नतीजों के चलते शेयर बाजार (Stock market) में हमें काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। पहले, एक्जिट पोल्स में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के अनुमान से बाजारों में उछाल देखी गई, फिर वास्तविक नतीजों में भाजपा को बहुमत न मिलने से रिकॉर्ड गिरावट दर्ज हुई। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की सरकार की तस्वीर साफ होने के बाद बाजार कुछ दिनों में एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर आ गया। यहां से बाजार की क्या दिशा होगी, यह सवाल ज्यादातर निवेशकों के मन में है।
ब्रोकरेज फर्म एमके की इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट की मानें तो लंबे समय से शेयर बाजार में चल रहा बुल रन (bull run over) फिलहाल के लिए ठहर गया है। कुछ चुनिंदा सेक्टर और कंपनियों में तो तेजी आएगी, लेकिन ब्रॉड मार्केट में अगले 2-3 तिमाही तक सुस्ती बनी रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि निफ्टी इस समय 20.1x के एक साल के फॉरवर्ड पीई रेश्यो पर कारोबार कर रहा है, जो कि निफ्टी के पांच साल के औसत पीई रेश्यो 18.8x के मुकाबले अधिक है। हमें अगली 2-3 तिमाहियों के लिए कोई सकारात्मक ट्रिगर नहीं दिख रहा है, चाहे वह सरकार की नीति से हो, बजट हो या कंपनियों की आय में सुधार हो।
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एमके के एनालिस्ट शेषाद्रि सेन कहते हैं, हम ऊंचे मूल्यांकन और सकारात्मक उत्प्रेरकों की कमी के कारण निफ्टी में शॉर्ट टर्म में बहुत कम उछाल देख रहे हैं। यह बाजार में पिछले कई साल से चल रहे बुलरन में एक विराम है। हालांकि, यहां से किसी बड़े करेक्शन भी आशंका नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा की गठबंधन सहयोगियों पर निर्भरता एनडीए की मैक्रो पॉलिसी के दो व्यापक स्तंभों राजकोषीय-मौद्रिक नीति में सख्त रवैया और कैपेक्स को प्राथमिकता देने में बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि, स्ट्रक्चरल रिफॉर्म अब चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि कानून बनाने के लिए आम सहमति बनाने की आवश्यकता होगी। गठबंधन सरकार नीति निर्माण में और अधिक अनिश्चितता ला सकती है, लेकिन कल्याणकारी खर्च में गिरावट की कोई आशंका नहीं है।
कौन से सेक्टर करेंगे अच्छा प्रदर्शन, कौन से रहेंगे सुस्त
शेषाद्रि कहते हैं, हम स्टेपल को लेकर ओवरवेट हैं, जहां हम आय में तेजी और मूल्यांकन के साथ-साथ बड़े पैमाने पर खर्च में संभावित बदलाव देखते हैं। इंडस्ट्रियल को हम अंडरवेट की रेटिंग देते हैं, जहां मूल्यांकन पहले से बढ़ा हुआ है और आय वृद्धि धीमी हो रही है। टेक्नालॉजी और कंज्यूमर ड्यूरेबल को लेकर ओवरवेट हैं, जबकि फाइनेंशियल सेक्टर को अंडरवेट की रेटिंग देते हैं।
Stock market: स्मॉल और मिडकैप शेयरों में किस पर दांव लगाने की सलाह
एमके की इंडिया स्ट्रैटेजी रिपोर्ट में कहा गया है कि हम Stock market में स्मॉल और मिडकैप शेयरों के अपने सुझावों में जुबिलिएंट फूडवर्क्स (JUBI), होनासा कंज्यूमर (Honasa consumer), सुप्रजीत इंजीनियरिंग (Suprajit Engineering) और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर (Metropolis Healthcare) को जोड़ते हैं। इसके अलावा, सेन्को गोल्ड (Senco) पर अपनी अनुशंसा को बनाए रखते हैं।
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मनीलाभ डॉट कॉम में एसोसिएट एडिटर। बिजनेस पत्रकारिता में डेढ़ दशक का अनुभव। इससे पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और लोकमत समाचार में बिजनेस बीट कवर कर चुके हैं। जब बिजनेस की खबरें नहीं लिख रहे होते तब शेर और कहानियों पर हाथ आजमा रहे होते हैं।