मुंबई। देश के सर्विस सेक्टर की अगुवाई करने वाली सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों (आईटी) के अच्छे दिन लौटने लगे हैं। साल 2022 में 26% के नुकसान के साथ सबसे अधिक प्रभावित सेक्टर (Sector Report) होने वाला निफ्टी आईटी इंडेक्स बीते साल यानी 2023 में 24 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। इस साल यानी 2024 में भी अब तक निफ्टी आईटी इंडेक्स निफ्टी-50 के मुकाबले लगभग 7 फीसदी ऊपर है।
पिछले सप्ताह अमेरिका में उम्मीद से ज्यादा महंगाई के बढ़ने से अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) द्वारा रेट में कटौती को फिलहाल टाल दिया गया है। हालांकि अधिकांश ग्लोबल ट्रेडर्स को अब उम्मीद है कि फेडरल रिजर्व द्वारा अब मार्च के बजाय जून में पहली रेट कटौती की घोषणा की जाएगी। पिछले कुछ सत्रों से आईटी इंडेक्स में लगातार गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा वैल्युएशन पर, इस साल दरों में कटौती से पहले आईटी शेयरों में अभी भी दम बाकी है।
छुपा रुस्तम साबित हो सकता है आईटी सेक्टर
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस प्रकार आईटी सेक्टर 2024 के अंत तक छुपे रुस्तम (डार्क हॉर्स) के रूप में उभर सकता है। “फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती आईटी कंपनियों के लिए सकारात्मक होगी, क्योंकि कॉरपोरेट्स द्वारा खर्च में सुधार से उन्हें बड़ी डील्स मिलेंगी और विशेष रूप से सबसे बड़ी कमाई करने वाले बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और बीमा (बीएफएसआई) सेक्टर में बढ़ोतरी होगी।
ट्रांसफॉर्मेशन डील्स के साथ-साथ आर्टिफीशिल इंटेलिजेंस (एआई), क्लाउड और ऑटोमेशन जैसी नई टेक्नोलॉजी की डिमांड से भी ग्रोथ में मदद मिलेगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट निरवी अशर के मुताबिक आईटी सेक्टर की अधिकतर कंपनियों का वैल्युएशन न तो बहुत ज्यादा आकर्षक है और न ही ओवरस्ट्रेच्ड है। वे मध्य स्तर पर हैं, इसलिए कोई भी मौजूदा स्तर पर क्रमबद्ध तरीके से निवेश कर सकता है।
मनीलाभ डॉट कॉम में एसोसिएट एडिटर। बिजनेस पत्रकारिता में डेढ़ दशक का अनुभव। इससे पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और लोकमत समाचार में बिजनेस बीट कवर कर चुके हैं। जब बिजनेस की खबरें नहीं लिख रहे होते तब शेर और कहानियों पर हाथ आजमा रहे होते हैं।