शेयर बाजारअनिल अंबानी की कंपनी Reliance Power में क्यों लग रहा अपर सर्किट?

अनिल अंबानी की कंपनी Reliance Power में क्यों लग रहा अपर सर्किट?

मुंबई। लगभग दिवालिया होने के दौर से गुजर रहे उद्योगपति अनिल अंबानी की फ्लैगशिप कंपनी रिलायंस पॉवर (Reliance Power) के शेयर पर बुधवार को एक बार फिर 10% का अपर सर्किट लग गया। बाजार बंद होने पर शेयर 31.54 रुपए पर बंद हुए। इससे पहले मंगलवार को भी रिलायंस पावर के शेयर में 10% का अपर सर्किट लगा था।

ऐसे में आपके मन में भी सवाल होगा कि इस शेयर में लगातार तेजी क्यों आ रही है?

दरअसल, रिलायंस पावर के साथ बीते कुछ महीनों से सबकुछ अच्छा चल रहा है। बीते नवंबर में कंपनी ने बांग्लादेश में 750 मेगावाट एलएनजी आधारित बिजली संयंत्र और एलएनजी टर्मिनल परियोजना हासिल की थी। इसके बाद से कंपनी ने कैश जुटाने के लिए अपने कुछ एसेट को सफलता से बेच दिया। अब खबर है कि रिलायंस पावर कर्जदाताओं का सारा बकाया चुकाकर स्टैंडअलोन आधार पर कर्ज-मुक्त कंपनी बन गई है।

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सूत्रों का दावा है कि कंपनी पर करीब 800 करोड़ रुपये का कर्ज था, जिसे बैंकों को चुका दिया गया है। दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच, रिलायंस पावर ने आईडीबीआई बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस सहित विभिन्न बैंकों के साथ कई कर्ज भुगतान समझौतों पर हस्ताक्षर किए। कंपनी ने अब इन बैंकों का पूरा कर्ज चुका दिया है।

Reliance Power ने कैसे किया कायापलट?

दिसंबर 2023 में रिलायंस पावर (Reliance Power) ने अरुणाचल प्रदेश में अपनी प्रस्तावित 1,200 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना का डेवलपमेंट राइट्स THDC को 128 करोड़ रुपये में बेचा। मार्च 2024 में, कंपनी ने महाराष्ट्र में अपनी 45 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को 132 करोड़ रुपये में जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल एनर्जी को बेच दिया। इन परियोजनाओं की बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग ऋण चुकाने में किया गया।

बता दें, रिलायंस पावर की परिचालन क्षमता 5900 मेगावाट है, जिसमें 3960 मेगावाट सासन यूएमपीपी और उत्तर प्रदेश में 1200 मेगावाट रोजा थर्मल पावर प्लांट शामिल हैं। सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) दुनिया के सबसे बड़े एकीकृत कोयला आधारित बिजली संयंत्रों में से एक है। कंपनी का आईपीओ साल फरवरी 2008 में आया था, यह उस समय का सबसे बड़ा आईपीओ था।

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