न्यूजTax: सरकार पर बरस रही लक्ष्मी की कृपा, इस वित्त वर्ष अब...

Tax: सरकार पर बरस रही लक्ष्मी की कृपा, इस वित्त वर्ष अब तक 21% बढ़ा प्रत्यक्ष कर संग्रह

नई दिल्ली। सरकार की जेब पर पैसों की देवी मां लक्ष्मी की कृपा जमकर बरस रही है। इस वित्त वर्ष के पहले तीन महीने पूरे भी नहीं हुए हैं और प्रत्यक्ष कर (Tax) संग्रह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 20.99% बढ़ गया है। भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। 

विज्ञप्ति में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े जारी किए गए हैं। इसमें कुल शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4,62,664 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 3,82,414 करोड़ रुपये था।

प्राप्त शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में रिफंड के बाद कॉरपोरेट टैक्स के 1,80,949 करोड़ रुपये एवं आयकर व सिक्युरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स के 2,81,013 करोड़ रुपये शामिल हैं।

सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह की बात करें तो यह 5,15,986 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 4,22,295 करोड़ रुपये था। इसमें 22.19% की वृद्धि दर्ज की गई है।

सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट टैक्स से 2,26,280 करोड़ रुपये और व्यक्तिगत आयकर, जिसमें सिक्युरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) शामिल है, उससे 2,88,993 करोड़ रुपये शामिल हैं। 

विभिन्न मदों की बात करें तो प्रत्यक्ष कर संग्रह में एडवांस टैक्स से 1,48,823 करोड़ रुपये; स्रोत पर कर कटौती (TDS) से 3,24,787 करोड़ रुपये, स्व-मूल्यांकन कर 28,471 करोड़ रुपये, नियमित मूल्यांकन कर 10,920 करोड़ रुपये; और अन्य छोटे मदों के तहत कर 2,985 करोड़ रुपये शामिल हैं।

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अग्रिम कर संग्रह के अस्थायी आंकड़े (17.06.2024 तक) 1,48,823 करोड़ रुपये पर खड़े हैं, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में यह आंकड़ा 1,16,875 करोड़ रुपये था, जिससे 27.34% की वृद्धि दर्ज की गई है। अग्रिम कर संग्रह में निगम कर 1,14,353 करोड़ रुपये और व्यक्तिगत आयकर 34,470 करोड़ रुपये शामिल हैं।

साथ ही, वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 53,322 करोड़ रुपये के रिफंड भी जारी किए जा चुके हैं, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि में जारी किए गए रिफंड से 33.70% अधिक हैं।

यह आंकड़े भारत सरकार की आयकर विभाग द्वारा जारी किए गए हैं और इस प्रकार कर संग्रह में महत्वपूर्ण वृद्धि देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का संकेत देती है। 

Check out our other content

Most Popular Articles