मुंबई। टाटा मोटर्स अब दो कंपनियों में विभाजित (Tata motors demerger) होने जा रहा है। टाटा मोटर्स लिमिटेड (टीएमएल) के निदेशक मंडल ने आज टीएमएल के दो अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों में विभाजन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
एक कंपनी में वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय और उसके संबंधित निवेश होंगे, जबकि दूसरी कंपनी में यात्री वाहन व्यवसाय (पीवी, ईवी, जगुआर लैंड रोवर) और उसके संबंधित निवेश होंगे। विलय का कार्यान्वयन एनसीएलटी योजना के माध्यम से किया जाएगा और टीएमएल के सभी शेयरधारकों की दोनों सूचीबद्ध संस्थाओं में समान शेयरधारिता बनी रहेगी।
यह विभाजन 2022 में पहले की गई पीवी और ईवी व्यवसायों की सहायक कंपनी बनाने की तार्किक प्रगति है और संबंधित व्यवसायों को उच्च वृद्धि हासिल करने के लिए उनकी संबंधित रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए अधिकृत करेगा। इसके अलावा जहां वाणिज्यिक वाहन (सीवी) और यात्री वाहन (पीवी) व्यवसायों के बीच सीमित तालमेल है, वहीं पीवी, ईवी और जेडएलआर में ईवी, स्वायत्त वाहनों और वाहन सॉफ्टवेयर के क्षेत्रों में काफी तालमेल बिठाए जा सकते हैं, जिन्हें विभाजन प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
Tata motors के विभाजन में लगेंगे 12 से 15 महीने
टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने कहा, “टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ वर्षों में एक मजबूत बदलाव किया है। तीनों ऑटोमोबाइल बिजनेस यूनिट अब स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। विभाजन से हमारे ग्राहकों के लिए बेहतर अनुभव, कर्मचारियों के लिए बेहतर विकास की संभावनाएं और शेयरधारकों के लिए बढ़े हुए मूल्य का मार्ग प्रशस्त होगा।”
विभाजन के लिए एनसीएलटी योजना को आने वाले महीनों में टीएमएल निदेशक मंडल के अनुमोदन के लिए रखा जाएगा और यह सभी आवश्यक शेयरधारक, लेनदार और नियामक अनुमोदन के अधीन होगा। जिसे पूरा करने में 12 से 15 महीने लग सकते हैं। विभाजन का कर्मचारियों, ग्राहकों और हमारे व्यापार भागीदारों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पिछले कुछ वर्षों में टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन (सीवी), यात्री वाहन (पीवी+ईवी) और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) व्यवसायों ने अलग-अलग रणनीतियों को सफलतापूर्वक लागू करके मजबूत प्रदर्शन किया है। 2021 से ये व्यवसाय अपने-अपने सीईओ के अधीन स्वतंत्र रूप से काम कर रहे हैं।
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