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चांदी इस समय अंडरवैल्यू, ये निवेश का सुनहरा मौका, जानिए तीन महीने का इसका टार्गेट

मुंबई। चांदी इस समय अपने सही मूल्यांकन की तुलना में कम कीमत पर बिक रही है। इससे इसमें निवेश का मौका बन रहा है। अगले 3-4 महीनों में इसमें 8% तक का रिटर्न मिल सकता है।

गोल्ड-सिल्वर रेश्यो (Gold Silver Ratio) इस समय 1:90 पर है। यह अनुपात बताता है कि एक औंस सोना खरीदने के लिए कितने औंस चांदी की जरूरत होगी। बीते कई वर्षों से सोने और चांदी के मूल्यांकन करने का निवेशकाें का पसंदीदा तरीका रहा है। ऐतिहासिक रूप से गोल्ड-सिल्वर रेश्यो 1:60 के आस-पास रहता है।

कमोडिटी एडवायजरी फर्म केडिया एडवायजरी के निदेशक अजय केडिया कहते हैं, 1:90 पर चल रहा गोल्ड-सिल्वर रेश्यो बताता है कि चांदी इस समय अंडरवैल्यू है। हाल में चांदी की कीमतों के गिरकर 22 डॉलर प्रति औंस तक आने से यह और भी आकर्षक हो गई है। यह गिरावट अल्पकालिक है और आने वाले समय में चांदी की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही, 2024 की दूसरी छमाही में संभावित ब्याज दरों में कटौती चांदी की कीमतों को और बढ़ा सकती है, क्योंकि इतिहास बताता है कि आमतौर पर ब्याज दरें कम होने पर कीमती धातुओं की कीमतें बढ़ती हैं।

कौन सी वजहें बढ़ा रहीं चांदी की कीमत बढ़ने की उम्मीद

  • हालिया गिरावट: हाल ही में चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक है और भविष्य में चांदी की कीमतों में वृद्धि की संभावना है।
  • मजबूत मांग: उद्योगों में उपयोग और गहनों की मांग बढ़ने से चांदी की मांग 2024 में 1.2 बिलियन औंस तक पहुंचने का अनुमान है।
  • आपूर्ति में कमी: लगातार तीन वर्षों से चांदी की आपूर्ति में कमी देखी गई है, जो इसकी कमी को दर्शाता है और भविष्य में मूल्य वृद्धि की संभावना को मजबूत करता है।
  • ब्याज दरों में कटौती: 2024 की दूसरी छमाही में संभावित ब्याज दरों में कटौती चांदी की कीमतों को बढ़ा सकती है, क्योंकि आमतौर पर कम ब्याज दरें धातुओं की मांग बढ़ाती हैं।

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गोल्ड-सिल्वर रेश्यो के अलावा चांदी की कीमतों को बढ़ावा देने वाले अन्य कारक भी मजबूत हैं। सिल्वर इंस्टीट्यूट का अनुमान है कि साल 2024 में चांदी की मांग 1.2 अरब औंस के पार होगी। यह मांग मुख्य रूप से औद्योगिक क्षेत्र से आने वाली है। साथ ही उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में सुधार और चांदी के बर्तनों और आभूषणों की मांग में वृद्धि भी इसमें योगदान देगी।

केडिया कहते हैं, सोने के साथ मजबूत संबंध और विविध औद्योगिक उपयोग चांदी को एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाते हैं। 2023 लगातार तीसरा वर्ष है, जब चांदी की आपूर्ति में कमी देखी गई है। यह इस सफेद धातु की कमी और इसकी कीमत में निरंतर वृद्धि की संभावना को बताता है।

क्या कह रहा चांदी का टेक्निकल चार्ट?

केडिया एडवायजरी के मुताबिक, तकनीकी संकेतक चांदी के बेहतर प्रदर्शन का संकेत दे रहे हैं। गोल्ड सिल्वर रेश्यो ट्रिपल टॉप फॉर्मेशन की ओर बढ़ रहा है, चांदी के पक्ष में उलटफेर का संकेत देता है। गोल्ड सिल्वर रेश्यो में गिरावट की उम्मीद आने वाले हफ्तों में सोने की तुलना में चांदी के बेहतर प्रदर्शन का संकेत देती है। लंबी अवधि के निवेशक, जो एमसीएक्स पर 22 डॉलर या 69,000-70,000 के करीब चांदी पर नजर गड़ाए हुए हैं, अगले 3-4 महीनों में तकनीकी रूप से 75,000-76,000 तक रिकवरी की उम्मीद कर सकते हैं।

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