देश में उच्च शिक्षा जिस तरह से महंगी होती जा रही है, ज्यादातर माता-पिता को इस बात की चिंता रहती है कि कहीं उनके बच्चे की उच्च शिक्षा में पैसा बाधा ना बन जाए। इस पीड़ादायक स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि उसके लिए अभी बचत किया जाए और फिर सही जगह निवेश (Best Investment for Child) किया जाए। बच्चों के लिए निवेश करना है तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), म्यूचुअल फंड एसआईपी और जीवन बीमा कंपनियों के चाइल्ड प्लान रूप में हमारे पास तीन अच्छे विकल्प होते हैं। आइए इन विकल्पों के बारे में जानते हैं और यह भी जानते हैं कि किसमें निवेश करना बेहतर रहेगा।
1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
बेटियों के भविष्य के लिए बचत को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) शुरू की थी। इस योजना के तह 8.2 फीसदी की सालाना ब्याज मिल रही है। ब्याज दरों की हर तीन महीने पर समीक्षा होती है, लेकिन यह हमेशा सबसे अधिक ब्याज दर वाली स्मॉल सेविंग स्कीम योजना में शुमार रहती है।
- माता-पिता/अभिभावक 10 वर्ष से पहले बेटी के नाम एसएसवाई खाता खोल सकते हैं। एसएसवाई खाता खोलने के 15 साल तक इस खाते में पैसा जमा किया जा सकता है।
- एसएसवाई खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद मैच्योर होता है। यदि लड़की की शादी कर रहे हैं तो 18 वर्ष की उम्र में भी इसे बंद किया जा सकता है।
- इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और 50 रुपए में गुणक में अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा किया जा सकता है |
- एसएसवाई में जमा राशि आयकर अधिनियम की धारा 80-सी तहत कटौती के योग्य है, जबकि इससे अर्जित ब्याज पूरी तरह से कर मुक्त है |
- बेटी की शिक्षा के लिए एसएसवाई में एक बार अधिकतम 50% का प्री-मैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है, वह भी तब जब बेटी 18 साल की हो गई हो या 10वीं पास कर ली हो।
2. म्यूचुअल फंड एसआईपी (SIP)
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। बेहतर रिटर्न, रेगुलेशन और जागरुकता के चलते बीते कुछ वर्षों में एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश साल दर साल बढ़ रहा है।
- एसआईपी के जरिए आप म्युचुअल फंड में नेट एसेट वैल्यू (NAV) खरीदते हैं। एनएवी दरें हर रोज बदलती हैं, इसलिए आप हर चक्र में अलग-अलग मात्रा में एनएवी पाते हैं।
- इस तरह के चलन से निवेशक को रुपये की एवरेजिंग कास्ट में मदद मिलती है।
- एसआईपी निवेशक को वित्तीय अनुशासन बनाए रखने के लिए भी प्रेरित करता है, क्योंकि इसमें हर चक्र में एक निश्चित राशि में निवेश करना होता है।
- एसआईपी म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक लोकप्रिय तरीका बन गया है, क्योंकि नए जमाने के निवेशक हाल के वर्षों में म्यूचुअल फंड रिटर्न से आकर्षित हुए हैं।
- कई म्युचुअल फंड्स ने बीते एक दशक में 25 प्रतिशत सीएजीआर से भी ज्यादा का रिटर्न दिया है, लेकिन एसआईपी में रिटर्न की गारंटी नहीं होती है।
- इक्विटी म्यूचुअल फंड सीधा बाजार से जुड़ा होता है, इसीलिए कभी भी एसआईपी निवेश में नुकसान भी हो सकता है।
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3. चाइल्ड प्लान (Child plan)
चाइल्ड प्लान बच्चों के भविष्य, खासकर उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मिलने वाले बीमा उत्पाद हैं। इसमें जीवन बीमा और बचत दोनों के गुण शामिल होते हैं। इसमें माता-पिता प्रीमियम का भुगतान करते हैं, जो परिपक्वता लाभ के रूप में जमा होता है।
- माता-पिता की दुर्भाग्यपूर्ण मौत पर पॉलिसीधारक के नामित व्यक्ति को एकमुश्त राशि प्रदान की जाती है।
- यदि पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो शेष बचे हुए प्रीमियम का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा किया जाता है।
- पॉलिसीधारक स्कूल फीस, शैक्षणिक यात्राओं जैसे खर्चों के लिए 5 साल के बाद आंशिक निकासी कर सकता है।
- आंशिक निकासी के बाद शेष बची हुई बीमित राशि पॉलिसी की परिपक्वता पर मिलती है।
- पॉलिसी के लिए भुगतान किया गया प्रीमियम आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत और पॉलसी से मिलने वाली राशि धारा 10(D) के तहत पूरी तरह टैक्स मुक्त होती है।
किसमें निवेश करने से कितना पैसा मिलेगा?
मान लीजिए आप हर महीने 5000 रुपए अपने बच्चे के लिए निवेश करना चाहते हैं और आप अगले 15 साल तक निवेश करते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत इस समय ब्याज दर 8.2% है, इक्विटी म्यूचुअल फंड में हम कंजर्वेटिव 12% सालाना रिटर्न का अनुमान लेते हैं और चाइल्ड प्लान में एचडीएफसी यंगस्टार उड़ान योजना का रिटर्न उदाहरण के लिए लेते हैं और इनके फायदे-नुकसान देखते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
- आप एसएसवाई योजना में 5000 रुपये प्रति माह निवेश करना शुरू करें तो 15 वर्षों में आपका कुल निवेश 9 लाख रुपये होगा।
- इसके बाद माता पिता को निवेश नहीं करना होगा लेकिन यह राशि लॉक रखी जाएगी।
- यह स्कीम 21 साल में मैच्योर होगी और 8.2 प्रतिशत रिटर्न की दर से आपको 18.71 लाख रुपए ब्याज के रूप में मिलेंगे और 27,71031 रुपये आपका कुल रिटर्न होगा |
म्यूचुअल फंड एसआईपी
- अगर आप एसआईपी में 5,000 रुपए निवेश करते है तो 15 साल में आपका निवेश 9 लाख रुपए होगा।
- 12 प्रतिशत की सालाना दर पर आपका कुल अनुमानित रिटर्न 25,22,880 रुपये हो सकता है।
- इस राशि को यदि आप 5 साल के लिए एकमुश्त किसी हाइब्रिड फंड में जमा कर देते हैं और वह फंड 10% का भी सालाना रिटर्न देता है तो यह राशि 40 लाख के पार हो जाएगी।
- हालांकि, आप 15 साल के बाद भी एसआईपी में निवेश जारी रख सकते हैं। ऐसी स्थिति में कुल जमा राशि 56.93 लाख रुपए हो जाएगी।
चाइल्ड प्लान
- अगर आप चाइल्ड प्लान में 5,000 रुपए निवेश करते है तो 15 साल बाद आपको करीब 6 लाख रुपए मिलेंगे।
- लेकिन, यदि दुर्भाग्य से माता-पिता की पॉलिसी के दौरान मौत हो जाती है तो प्रीमियम बीमा कंपनी भरेगी, प्लान जारी रहेगा।
- कुछ योजनाओं में पॉलिसी के दौरान माता-पिता की मौत हो जाती है तो नॉमिनी को एकमुश्त राशि मिल जाती है।
किसमें निवेश बेहतर?
ऊपर दी गई जानकारी से स्पष्ट है कि चाइल्ड प्लान का रिटर्न बेहद कम है, इसलिए इसे अआखिरी विकल्प रख्ना ही बेहतर होगा। हालांकि, बच्चे के लिए किए जा रहे निवेश को लाइफ कवर देना भी जरूरी है। ऐसे में आज जिस भी लक्ष्य राशि को ध्यान में रखकर निवेश कर रहे हैं, उतनी ही राशि का एक टर्म प्लान ले लें।
इसके बाद, यदि बेटी के लिए निवेश कर रहे हैं तो शेष निवेश राशि को सुकन्या समृद्धि योजना और इक्विटी या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में एसआईपी में बांट सकते हैं। यदि बेटे के लिए निवेश करना है तो 2-3 अच्छे इक्विटी या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड में एसआईपी कर सकते हैं। यदि आप नौकरीपेशा हैं और मार्केट रिस्क नहीं लेना चाहते तो आप अपने ईपीएफ (EPF) में निवेश राशि के बराबर वॉलंटरी प्रॉविडेंट फंंड (VPF) जोड़ सकते हैं, इसमें भी ब्याज दरें अधिक रहती हैं।
नोट: ऊपर दी गणनाएं अनुमान आधारित हैं, वास्तविक रिटर्न भिन्न हो सकते हैं। निवेश करने से पहले किसी विशेषज्ञ या अपने सलाहकार से सलाह अवश्य लें।

मनीलाभ डॉट कॉम में सीनियर कॉपी रॉइटर। बिजनेस पत्रकारिता में तीन साल का अनुभव। मनीलाभ से पहले राजस्थान पत्रिका में बतौर सब एडिटर काम किया। खाली समय में पढ़ना और घूमना पसंद है।