NFO review: देश की ऑटोमोटिव एवं संबद्ध कंपनियों में निवेश करने वाली देश की पहली म्यूचुअल फंड स्कीम लांच हुई है। एसबीआई म्यूचुअल फंड ने एसबीआई ऑटोमोटिव अपार्चुनिटी फंड (SBI Automotive Opportunity Fund) के लॉन्च की घोषणा की है। इसका नया फंड ऑफर (NFO) 31 मई तक निवेश के लिए खुला है।
एसबीआई ऑटोमोटिव अपार्चुनिटी फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। स्कीम का NFO 17 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। फंड के निवेश मूल में कार निर्माता कंपनियां, ऑटो कंपोनेंट निर्माता, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और ऑटो निर्यात क्षमता वाली कंपनियां शामिल हैं। ये फंड ऑटो कंपनियों को सेवा देने वाली सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में भी निवेश कर सकता है।
एसबीआई ऑटोमोटिव अपार्चुनिटी फंड की फैक्टशीट | |
फंड का नाम | एसबीआई ऑटोमोटिव अपार्चुनिटी फंड |
फंड का प्रकार | थीमैटिक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम |
न्यूनतम निवेश | 5000 रुपए, फिर एक रुपए में गुणक में |
फंड का बेंचमार्क | निफ्टी ऑटो टीआरआई |
फंड मैनेजर | तन्मय देसाई |
जोखिम | उच्चतम |
एग्जिट लोड | एक साल से पहले 1%, एक साल के बाद शून्य |
यह एक ग्रोथ फंड है, यानी इसमें निवेश से हुए मुनाफे को वापस निवेश कर दिया जाएगा। योजना से संबंधित दस्तावेज़ में 134 कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें सबसे अधिक 85 कंपनियां ऑटो कंपोनेंट और उपकरण की श्रेणी में है, उसके बाद कास्टिंग और फोर्जिंग का काम करने वाली 11 कंपनियां हैं। स्कीम म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन एम्फी की ओर से वर्गीकृत ऑटो उद्योग की कंपनियों का पालन करेगी।
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NFO review: न्यूनतम कितना निवेश कर सकेंगे?
स्कीम में न्यूनतम आवेदन की राशि 5,000 रुपए है। इसके बाद 1 रुपये के गुणक में निवेश किया जा सकेगा। जो निवेशक SIP के माध्यम से निवेश करने की योजना बना रहे हैं, वे न्यूनतम 500 रुपए और 1 रुपये के गुणक में निवेश कर सकेंगे।
एसबीआई म्यूचुअल फंड का दावा है कि बाजार में यह ऑटोमोटिव थीम का पहला म्यूचुअल फंड है। योजना को निफ्टी ऑटो टीआरआई के मुकाबले बेंचमार्क किया जाएगा। स्कीम के फंड मैनेजर तन्मय देसाई हैं। यह स्कीम और इसका बेंचमार्क दोनों ही उच्च जोखिम दर्शाते हैं। यानी इसमें आपके मूलधन में भी कमी आने की आशंका बनी रहती है।
डिस्क्लेमर: यह सिर्फ NFO review है। इस एनएफओ में निवेश करना है या नहीं, इसका निर्णय करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें। किसी प्रकार के वित्तीय नुकसान के लिए मनीलाभ डॉट कॉम उत्तरदायी नहीं होगा।
मनीलाभ डॉट कॉम में एसोसिएट एडिटर। बिजनेस पत्रकारिता में डेढ़ दशक का अनुभव। इससे पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और लोकमत समाचार में बिजनेस बीट कवर कर चुके हैं। जब बिजनेस की खबरें नहीं लिख रहे होते तब शेर और कहानियों पर हाथ आजमा रहे होते हैं।