बिजनेस साइकिल फंड: किसी भी देश की इकोनॉमी में सभी सेक्टर एक साथ नहीं बढ़ते हैं। एक समय में कुछ चुनिंदा बिजनेस बढ़ते हैं, फिर उनमें ठहराव आता है, फिर कुछ और बिजनेस बढ़ते हैं, फिर उनमें भी ठहराव आता है और नए बिजनेस बढ़ते हैं। यह प्रक्रिया चलती रहती है और एक समय ठहरे हुए बिजनेस अपना समय आने पर फिर से बढ़ने लगते हैं। इसे बिजनेस साइकिल या इकोनॉमिक साइकिल कहा जाता है।
ऐसे में यदि कोई निवेशक उन कंपनियों में ही निवेश करे, जिनमें बढ़त की साइकिल चल रही हो और उसमें ठहराव आने पर उन कंपनियों में शिफ्ट हो जाए जिनकी बिजनेस साइकिल शुरू होने वाली हो जो ऐसे निवेशक को अच्छा मुनाफा होना तय है।
म्यूचुअल फंड कंपनियां बिजनेस साइकिल फंड के जरिए यही काम करने की कोशिश करती हैं। बिजनेस साइकिल फंड एक इक्विटी ओरिएंटेड फंड होते हैं, जिसमें वे इकोनॉमिक साइकल यानी अर्थव्यवस्था के विभिन्न चरणों के आधार पर कंपनियों में निवेश करते हैं। अर्थव्यवस्था में ग्रोथ या गिरावट के दौरान ये फंड अलग-अलग निवेश रणनीति अपनाते हैं।
बिजनेस साइकिल फंड आर्थिक चक्र के वर्तमान चरण की पहचान करने और उसके अनुसार पोर्टफोलियो समायोजित करने की रणनीति पर काम करते हैं। ऐसे फंड ग्रोथ के चरण के दौरान फाइनेंशियल, कंज्यूमर स्पेंडिंग और इंडस्ट्रियल सेक्टर जैसे साइक्लिकल सेक्टर्स पर फोकस करते हैं, जबकि गिरावट में हेल्थकेयर, टेक्नोलॉजी जैसे डिफेंसिव सेक्टर में निवेश करते हैं।
बाजार में तेजी रहे या मंदी, बिजनेस साइकिल फंड बेहतर रिटर्न देने में सक्षम होते हैं। ऐसा इसलिए कि आमतौर पर किसी बिजनेस साइकिल में ग्रोथ, मंदी और रिकवरी के सभी चरण शामिल होते हैं। प्रत्येक चरण किसी न किसी खास सेक्टर को प्रभावित करता है।
बिजनेस साइकिल फंड सभी आकार की कंपनियों में निवेश करते हैं। वे किसी खास सेक्टर पर फोकस नहीं करते। इन फंडों के पोर्टफोलियो में विविधता होती है और इनका दृष्टिकोण लचीला होता है। इसलिए इनसे निवेशकों को लंबी अवधि में बेहतर जोखिम-समायोजित रिटर्न मिल सकता है।
कैसे निवेशकों को करना चाहिए बिजनेस साइकिल फंड में निवेश?
बिजनेस साइकिल फंड ऐसे निवेशकों के लिए उचित हैं, जो अतिरिक्त जोखिम लेने को तैयार हैं और कम से कम पांच साल का निवेश करना चाहते हैं। क्योंकि अगर निवेश के कॉन्सेप्ट में कोई गलती हो जाती है या बिजनेस साइकिल को पूरा होने में अपेक्षा से अधिक समय लगता है, तो फंड खराब प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
मनीलाभ डॉट कॉम में एसोसिएट एडिटर। बिजनेस पत्रकारिता में डेढ़ दशक का अनुभव। इससे पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और लोकमत समाचार में बिजनेस बीट कवर कर चुके हैं। जब बिजनेस की खबरें नहीं लिख रहे होते तब शेर और कहानियों पर हाथ आजमा रहे होते हैं।