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Nifty समेत बाजार के सभी इंडेक्स और सेक्टर हुए महंगे, अब इस रणनीति से खरीदें शेयर

पिछले एक साल में प्रमुख सूचकांकों ने 66% तक का रिटर्न दिया है, ऐसे शानदार रिटर्न के बाद जरूरी है कि निवेशक अगले कदम से पहले संभल कर बाजार का आकलन करें

मुंबई। बीते एक साल में घरेलू शेयर बाजार में लौटी रैली ने सभी इंडेक्स और सेक्टर को ओवरहीट कर दिया है। पिछले एक साल में nifty 50, nifty midcap 100 और nifty smallcap 150 जैसे प्रमुख सूचकांकों ने क्रमशः 22%, 56% और 66% का रिटर्न दिया है। ऐसे शानदार रिटर्न के बाद यह जरूरी है कि निवेशक अगले कदम से पहले संभल कर बाजार का आकलन करें। ज्यादातर सूचकांकों और सेक्टर के मौजूदा मूल्यांकन भविष्य में रिटर्न की संभावनाओं को कम कर रहे हैं। 

देश की प्रमुख संस्थागत ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि वर्तमान में सभी सूचकांकों का मूल्यांकन अधिक लग रहा है। इस समय स्मॉल-कैप का वैल्यूएशन ऐतिहासिक रूप में सबसे अधिक है, जबकि मिड-कैप सूचकांक सबसे अधिक ओवरवैल्यूड है। 

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इस तेजी की एक और खासियत यह है कि यह बहुत समावेशी रही है। इसका प्रमाण यह है कि प्रत्येक सूचकांक के लगभग 70% शेयर अपने दीर्घकालिक (12 वर्ष) औसत मूल्यांकन से ऊपर कारोबार कर रहे हैं। पिछले 20 वर्षों में इस स्तर का अधिक मूल्यांकन केवल कुछ ही बार देखा गया है।

हालांकि, पिछले दशक में मिड और स्मॉल-कैप सूचकांकों में इस स्तर के अधिक मूल्यांकन के बाद हमेशा अगले 1-2 वर्षों में सूचकांकों में तेज गिरावट नहीं आई है, लेकिन निश्चित रूप से अगले कुछ वर्षों में मामूली रिटर्न ही मिलते हैं और तेजी कम हो जाती है। 

एचडीएफसी सिक्युरिटी ने कहा है कि भविष्य में अच्छा रिटर्न पाने के लिए अब कम वैल्यूएशन पर बिक रहे व्यक्तिगत शेयरों का चयन ज्यादा कारगर होगा। हमारा मानना है कि निवेशकों के लिए अब सभी मार्केट कैप सूचकांकों में अधिक चयनात्मक और बॉटम-अप दृष्टिकोण अपनाने का समय है।

क्या है निवेश की bottom-up इन्वेस्टमेंट रणनीति

बॉटम-अप इन्वेस्टिंग एक ऐसी निवेश रणनीति है, जो व्यक्तिगत कंपनियों के विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित करती है और बाजार के उतार-चढ़ाव और अर्थव्यवस्था की स्थिति को ज्यादा महत्व नहीं देती। इस रणनीति में निवेशक किसी खास कंपनी के कारोबार, वित्तीय स्थिति और भविष्य की संभावनाओं का गहराई से अध्ययन करते हैं। इसके उलट, टॉप-डाउन इन्वेस्टिंग में निवेशक पूरे उद्योग और अर्थव्यवस्था का विश्लेषण करते हैं और फिर उसमें से अच्छी संभावना वाले क्षेत्रों और कंपनियों का चयन करते हैं।

HDFC Securities ने दी है इन शेयरों को खरीदने की सलाह

विश्लेषकों की राय और मूल्यांकन के आधार पर, इस रिपोर्ट में कुछ शेयरों पर खरीदारी की सलाह दी गई है जबकि कुछ शेयरों से बचने की सलाह दी गई है।

खरीदने के लिए बताए गए प्रमुख शेयर हैं कोटक, बंधन बैंक, क्रॉम्पटन कंज्यूमर, ऑरोबिंदो फार्मा और सिटी यूनियन बैंक। ये शेयर अपने ऐतिहासिक मूल्यांकन के हिसाब से कम महंगे हैं और विश्लेषकों की राय भी इन पर सकारात्मक है।

वहीं, जिन शेयरों से बचने की सलाह दी गई है वे हैं टाटा मोटर्स, नेस्ले इंडिया, टाइटन और ब्रिटानिया। ये शेयर अपने इतिहास के हिसाब से काफी महंगे हैं और विश्लेषकों की राय भी इन पर नकारात्मक है।

(डिस्क्लेमर: यह समाचार एफडीएफसी सिक्युरिटीज की रिपोर्ट का सारांश है और निवेश संबंधी कोई अनुशंसा नहीं है। कृपया कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।)

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