मुंबई। देश की प्रमुख दोपहिया इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का आईपीओ (Ola electric mobility IPO) शुक्रवार से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। कंपनी ने 10 रुपए फेसवैल्यू के शेयर का प्राइस बैंड 72-76 रुपए तय किया है। कंपनी की योजना इस आईपीओ से 61,45.6 करोड़ रुपए जुटाने की है। एक लॉट में 195 शेयर होंगे। आईपीओ के लिए बोली 6 अगस्त शाम 5 बजे तक लगाई जा सकेगी।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्या करती है?
ओला इलेक्ट्रिक की स्थापना फरवरी 2017 में हुई थी और यह भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बनाने वाली कंपनी है। कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों और उनके घटकों, जैसे बैटरी पैक, मोटर और वाहन फ्रेम के निर्माण के लिए वर्टिकल इंटीग्रेशन पर ध्यान केंद्रित कर रही है। ओला फ्यूचरफैक्ट्री में इनका उत्पादन होता है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्या बनाती है?
अगस्त 2021 में पहला उत्पाद लॉन्च करने के बाद से कंपनी ने कुल 7 उत्पाद पेश किए हैं और 4 नए उत्पादों की घोषणा की है। दिसंबर 2021 में पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर ओला एस1 प्रो की डिलीवरी शुरू हुई। इसके बाद सितंबर 2022 में ओला एस1, अगस्त 2023 में ओला एस1 एयर, दिसंबर 2023 में ओला एस1 एक्स प्लस और मई 2024 में ओला एस1 एक्स (2 kWh), ओला एस1 एक्स (3 kWh) और ओला एस1 एक्स (4 kWh) लॉन्च किए गए।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का उद्देश्य क्या है?
कंपनी का लक्ष्य भारत में बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन बाजार का लाभ उठाना है और साथ ही भविष्य में चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपने वाहनों का निर्यात करना है। कंपनी भारत, यूके और अमेरिका में रिसर्च एंड डेवलपमेंट में जुटी है, जिसका फोकस नए इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादों और उनके घटकों, जैसे बैटरी पैक, मोटर और वाहन फ्रेम को डिजाइन और विकसित करना है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी तमिलनाडु के कृष्णागिरी और धरमपुरी जिलों में अपना ईवी हब बना रही है, जिसमें ओला फ्यूचर फैक्ट्री, आगामी ओला गिगाफैक्ट्री और कृष्णागिरी जिले में सह-स्थित आपूर्तिकर्ता शामिल हैं। ओला इलेक्ट्रिक वेबसाइट के अलावा, कंपनी का अपना डायरेक्ट-टू-कस्टमर (डी2सी) ओमनीचैनल वितरण नेटवर्क है, जिसमें 31 मार्च, 2024 तक 935 एक्सपीरियंस सेंटर और 414 सर्विस सेंटर शामिल हैं। 31 मार्च, 2024 तक कंपनी का एक्सपीरियंस सेंटर का नेटवर्क भारत का सबसे बड़ा कंपनी स्वामित्व वाला नेटवर्क था।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का वैल्यूएशन और आउटलुक
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र का एक प्रमुख खिलाड़ी है। घाटे वाली कंपनी होने के बावजूद कंपनी ने टू-व्हीलर ईवी सेगमेंट में 34.8% की बाजार हिस्सेदारी है।
आने वाले वर्षों में वैश्विक ऑटोमोबाइल बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों के महत्वपूर्ण विकास की उम्मीद है। हालांकि, हमारा मानना है कि अनुकूल बाजार स्थितियों, नियामक मानदंडों और ओला फ्यूचरफैक्ट्री के उच्चतर क्षमता उपयोग के कारण आने वाले वर्षों में ओला की वृद्धि की काफी गुंजाइश है। इसके अलावा, कंपनी ने मार्च 2024 में ओला गीगाफैक्ट्री में 4680-फॉर्म फैक्टर सेल का उत्पादन शुरू कर दिया है, जिससे बैटरी और ईवी की गुणवत्ता, आपूर्ति और लागत पर बेहतर नियंत्रण की उम्मीद है।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी आईपीओ को सब्सक्राइब करें या नहीं?
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी के रिसर्च एनालिस्ट कुबेर चौहान के मुताबिक, ऊपरी मूल्य बैंड पर कंपनी का मूल्यांकन मार्केट कैप टू सेल्स रेश्यो 6.6 गुना है। इक्विटी शेयर जारी करने के बाद कंपनी का मार्केट कैप 335,22 करोड़ रुपए होगा। वर्तमान में शीर्ष वैश्विक ऑटोमोबाइल कंपनियां 1-8 गुना मार्केट कैप टू सेल्स रेश्यो पर कारोबार कर रही हैं।
चौहान कहते हैं, वैल्यूएशन के मोर्चे पर, हमारा मानना है कि कंपनी का मूल्यांकन अधिक है। इसलिए ऐसे निवेशक जो उच्च जोखिम उठा सकते हैं, वही इस आईपीओ को लंबी अवधि के उद्देश्य के साथ सब्सक्राइब करें।
डिस्क्लेमर: यह खबर सिर्फ सूचना के लिए है और यह किसी भी प्रकार से निवेश की सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपना रिसर्च जरूर करें या अपने निवेश सलाहकार से परामर्श लें। इस खबर के निर्माण में हिन्दी अनुवाद के लिए एआई की सहायता ली गई है।
मनीलाभ डॉट कॉम में एसोसिएट एडिटर। बिजनेस पत्रकारिता में डेढ़ दशक का अनुभव। इससे पहले दैनिक भास्कर, राजस्थान पत्रिका और लोकमत समाचार में बिजनेस बीट कवर कर चुके हैं। जब बिजनेस की खबरें नहीं लिख रहे होते तब शेर और कहानियों पर हाथ आजमा रहे होते हैं।