Best performing fund: देश में बीते कुछ वर्षों से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा मिलने से इस सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर आधारित म्यूचुअल फंड स्कीमों ने भी बीते एक साल में काफी अच्छा रिटर्न दिया है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर आधारित पांच म्यूचुअल फंड स्कीमों का एक साल पूरा हो गया है। इनके रिटर्न पर नजर डालें तो पिछले एक साल में (एक्टिव और पैसिव फंड सहित) इन स्कीमों ने औसतन 54.60% रिटर्न दिया है। पिछले छह महीनों में इन स्कीमों ने औसतन 29.78% का रिटर्न दिया।
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इस कैटेगरी में टॉप पर अक्टूबर 2018 में लॉन्च किया गया आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड रहा, जिसने पिछले एक साल में 64.76% रिटर्न दिया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग और संबंधित सेक्टरों में ग्रोथ से इक्विटी पर रिटर्न (आरओई) में बढ़ोतरी हुई है। इसका फायदा म्यूचुअल फंड मैनेजर्स ने उठाया है।
उदाहरण के लिए, जीई टीएंडडी इंडिया लिमिटेड में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड के निवेश ने पिछले वर्ष 550% से ज्यादा रिटर्न दिया है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड स्कीमों द्वारा चुने गए 60-70% शेयरों ने पिछले वर्ष की तुलना में निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन किया है।
मार्च में फंड मैनेजर्स ने फार्मा और हेल्थकेयर में किया निवेश
- घरेलू फार्मा बाजार में 12-14% की ग्रोथ होने की उम्मीद में फंड मैनेजरों ने मार्च में फार्मा और हेल्थकेयर कंपनियों के शेयर खरीदे
- फंड मैनेजरों का मानना है कि नए प्रोडक्ट लॉन्च, निर्यात और क्रॉनिक सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ के कारण फार्मा मार्केट में ग्रोथ दर्ज होगी
क्या है निवेशकों को सलाह?
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि जो निवेशक इन सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं उन्हें अपने जोखिम प्रोफाइल और निवेश होराइजन पर विचार करना चाहिए। ये स्कीमें (Best performing fund) आम तौर पर पांच साल या उससे अधिक की लॉन्ग टर्म अवधि वाले एग्रेसिव इन्वेस्टर्स के लिए अधिक उपयुक्त हैं। डाइवर्सीफाइड पोर्टफोलियो और उच्च जोखिम सहनशीलता वाले निवेशक अपने निवेश का एक हिस्सा इन फंडों में एलोकेट करने पर विचार कर सकते हैं।
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